नगर विकास एवं आवास विभाग ने नगर निकायों से पैसा लेकर शौचालय नहीं बनाने वाले 1309 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी है.
एक ओर देश भर को खुले में शौच मुक्त (ODF) करने का अभियान चलाया जा रहा है. इसको लेकर रोज नए आंकड़े भी पेश किए जा रहे हैं. इन्हीं आंकड़ों की बदौलत ये समझ लिया जाता है कि कौन सा क्षेत्र ODF हो गया है या नहीं हुआ है. लेकिन, बिहार में इस योजना में भी बड़ा घोटाला सामने आ गया है. इसी के तहत अब 1309 लोगों पर FIR दर्ज की गई है.?
नगर विकास विभाग ने दर्ज करवाया केस
मिली जानकारी के अनुसार नगर विकास एवं आवास विभाग ने नगर निकायों से पैसा लेकर शौचालय नहीं बनाने वाले 1309 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा दी है. बता दें कि यह बिहार के सिर्फ 17 नगर निकायों की संख्या है. अन्य स्थानों पर जांच में इसकी संख्या और बढ़ सकती है.
छह हजार लोगों को नोटिस जारी
गौरतलब है कि पहली किस्त का पैसा लेकर शौचालय निर्माण नहीं कराने वालों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है. यही नहीं, शौचालय का निर्माण अधूरा छोडऩे वालों को भी नोटिस दिया गया है. ऐसे लोगों की संख्या छह हजार से अधिक है.
पहली किस्त का हुआ था भुगतान
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रति परिवार शौचालय बनाने के लिए 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. इसमें पहली किस्त के रूप में 7500 रुपये दिए गए थे. पैसे लेकर लोगों ने निर्माण शुरू नहीं कराया. अहम बात यह है कि नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायतों में रहने वालों को आरटीजीएस के जरिए सीधे खाते में राशि का भुगतान किया गया था