उमेश की हत्या प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण:धनंजय सिंह
संकल्प सवेरा,बक्शा/सिकरारा। जौनपुर के फतेहगंज में अज्ञात बदमाशों ने स्वर्ण व्यवसायी सेठ उमेश चंद पर लूट करने की नीयत से ताबड़तोड़ फायरिंग की।इस दुस्साहसिक वारदात में सेठ उमेश चंद की मौके पर ही मृत्यु हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पूर्व सांसद और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव धनंजय सिंह व एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंशु भी घटनास्थल पहुचे और जिला अस्पतालमें परिजन से मिले और कहा कि यह घटना प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण है। प्रशासन को इस घटना में सम्मिलित अपराधियों पर जल्द से जल्द कार्यवाही कर परिवार को न्याय दिलाने का कार्य करना चाहिए। जानकारी के अनुसार
बक्शा थाना क्षेत्र के फतेहगंज बाजार में जौनपुर-रायबरेली हाईवे से महज 100 मीटर की दूरी पर शनिवार की शाम करीब छह बजे एक सराफा कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बदमाशों ने कारोबारी का आभूषणों से भरा बैग भी लूट लिया।
फतेहगंज बाजार निवासी उमेश सेठ (42) रोज की तरह शनिवार की शाम करीब छह बजे दुकान बंद करके पैदल ही घर जा रहे थे। करीब 300 मीटर वहां से घर है। दुकान से करीब 150 मीटर यानी हाईवे से थोड़ी ही दूर पहुंचे थे कि पीछे से यानी फतेहगंज बाजार की तरफ से बाइक सवार तीन बदमाश पहुंचे और उनका बैग छीनने का प्रयास किए। जब उमेश ने विरोध किया तो बदमाशों ने ताबड़तोड़ तीन राउंड फायरिंग करके गंभीर रूप से घायल कर दिया और आभूषण से भरा बैग लेकर फरार हो गए। आसपास के लोग पास के अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। थोड़ी देर में लोगों की भीड़ जुट गई और लोगों ने कार्रवाई की मांग करते हुए जौनपुर-रायबरेली हाईवे जाम कर दिया। जानकारी मिलने पर पहुंचे एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा ने लोगों को समझाया और ठोस कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया।
उठ गया दो बच्चों के सिर से पिता का साया, परिजनों में मातम
बक्शा। फतेजगंज बाजार में गोली मारकर की गई सराफा व्यवसायी की हत्या के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना के बाद दो पुत्रों के सिर से पिता का साया उठ गया। उमेश सेठ को एक पुत्र और एक पुत्री है। पुत्र हरिओम (16) और पुत्री प्रिंसी (18) है। घटना के बाद पत्नी वंदना, पिता छोटेलाल और माता जड़ावती का रो-रोकर बुरा हाल है। शनिवार की शाम करीब सात बजे जब घटनास्थल पर एसपी पहुंचे तो उनके सामने ही परिवार के लोग रो रहे थे। पुत्र हरिओम को रोते देख एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा की आखें भी छलछला गईं। वह हरिओम को गले लगा लिए। रात करीब आठ बजे पूर्व सांसद धनंजय सिंह और एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंशु भी घटनास्थल पर पहुंचे।