जौनपुर। मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मथुरा (मतरी) निवासी कक्षा 11 मे पढ़ने वाली एक छात्रा ने परिजनों की अनुपस्थिति मे पंखे से लटककर आत्महत्या करने की कोशिश किया।
लेकिन घर के ही एक बच्चे के देखने के बाद परिजनों ने पडोसी के घर से कूदकर उसे बचा लिया। हांलाकि गर्दन पर रस्सी के निशान बता रहे है कि अगर कुछ सेंकेड की देरी हो जाती तो बचना नामुमकिन था।
छात्रा का उपचार सीएचसी मे करने के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया।
ग्राम मथुरा निवासी शंकरलाल की पुत्री कविता (16) बृजराजी भोलानाथ इंटर कालेज मे कक्षा 11 में पढती है। गुरूवार को देर सायंकाल उसने घर का दरवाजा अंदर से बंद करके साड़ी का फंदा बनाकर पंखे से लटककर फाॅसी लगाने का प्रयास कर रही थी।
लेकिन उसकी इस हरकत को घर के एक बच्चे ने खिड़की से देख लिया। शोर मचाने पर बगल स्थित उसी के परिवार के लोग दौड़ पड़े। घर का दरवाजा बंद देख पडोसी की छत से नीचे उतरकर अंदर पहुँचे। लोगों को आता देख छात्रा ने स्टूल खिसका दिया और झूल गयी। लेकिन लोगों ने तुरंत साड़ी की गाॅठ ढीली करके नीचे उतार लिया और बाइक पर बैठाकर पहले एक निजी चिकित्सक के यहाँ ले गये। वहाँ से जवाब दे दिया गया। तब सीएचसी लेकर आये। देर रात जिला अस्पताल रेफर किया गया।