जौनपुर सदर सीट से चुनाव लड़ेंगे स्वामी प्रसाद के बेटे उत्कृष्ट मौर्य ?
इंद्रजीत मौर्या की रिपोर्ट
लखनऊ,संकल्प सवेरा। रायबरेली जनपद के ऊंचाहार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी द्वारा मनोज पांडेय को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने से पूर्वांचल की राजनीतिक का सियासी तापमान खासा गर्म हो गया। क्योंकि ऊंचाहार की इसी सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य अशोक अपनी प्रबल तम दावेदारी कर चुके हैं।
लखनऊ,संकल्प सवेरा। रायबरेली जनपद के ऊंचाहार विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी द्वारा मनोज पांडेय को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने से पूर्वांचल की राजनीतिक का सियासी तापमान खासा गर्म हो गया। क्योंकि ऊंचाहार की इसी सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे उत्कृष्ट मौर्य अशोक अपनी प्रबल तम दावेदारी कर चुके हैं।
2017 का विधानसभा चुनाव भाजपा प्रत्याशी के रूप में वह यहां से लड़े थे और मामूली वोटों से उन्हें पराजय मिली थी।
2012 के विधानसभा चुनाव भी वह बसपा प्रत्याशी के रूप में यहां से उम्मीदवार थे, जिसमें बेहद कम मतों से वह मनोज पांडेय से चुनाव हार गए थे।
उत्कृष्ट मौर्य की पत्नी डॉ सविता मौर्य विकास खंड दीनशाह गौरा ब्लॉक से ब्लाक प्रमुख निर्वाचित हैं। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पूर्व के परसीमन के दौरान डलमऊ विधानसभा सीट से कई बार विधायक भी यहां से रहे हैं।
यही कारण है कि ऊंचाहार विधानसभा उनकी कर्मस्थली कही जाती है। हाल ही में स्वामी प्रसाद के भाजपा छोड़ने के बाद ऐसी चर्चा खूब थी कि मनोज पांडेय की विधानसभा सीट ऊँचाहार से उत्कृष्ट मौर्य को सपा उम्मीदवार बना सकती है
लेकिन सोमवार को पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियों की सूची में उत्कृष्ट के बजाय सपा के मौजूदा विधायक मनोज पांडेय को प्रत्याशी घोषित किए जाने से राजधानी लखनऊ से लेकर जौनपुर तक की सियासत में एक नई सियासी चर्चा शुरू हो गई है।
कि तीन मंत्री और दर्जनभर विधायक लेकर सपा में आए स्वामी प्रसाद के बेटे को सपा ने आखिर ऊंचाहार सीट से प्रत्याशी क्यों नहीं घोषित किया। कही ऐसा तो नहीं जौनपुर जनपद की सदर विधानसभा सीट से उन्हें प्रत्याशी घोषित किया जाएगा।
अथवा एक एक सीटों पर मजबूत पकड़ बनाने के उद्देश्य से राजनीति की बड़ी पारी खेली गई है, जिस की चर्चाएं जौनपुर शहर के हर राजनैतिक केंद्र और नुक्कड़ चौराहों पर खूब चल रही है।