ग्राम प्रधान ने फाइलेरिया की दवा खुद खाया और अपने घर के बच्चों को खिलाया
फाइलेरिया उन्मूलन के लिये किया गया दवा का वितरण
संकल्प सवेरा जौनपुर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान के तहत विकास खण्ड मछलीशहर की ग्राम पंचायत बामी में फाइलेरिया उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। 22 नवंबर से 7 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में ग्राम प्रधान श्रीमती सरोज सिंह ने दवा वितरण टीम के साथ स्वयं गांव में भ्रमण किया। विश्वास पैदा करने के लिए उन्होंने ने लोगों के सामने खुद दवा खाया और अपने घर के बच्चों को दवा खिलाकर दिखाया
, उन्होंने कहा कि ये दवायें किसी प्रकार का नुकसान नहीं करती हैं, दवा खाने के बाद यदि खुजली, उल्टी,मितली के लक्षण दिखते हैं तो इसका मतलब उस व्यक्ति के शरीर में फाइलेरिया के कृमि पहले से मौजूद हैं और ये लक्षण माइक्रो फाइलेरिया के नष्ट होने को दर्शातें है। चूंकि मच्छरों से यह रोग होता है अतः हमें अपने आस-पास साफ सफाई रखनी चाहिए।
पूरे गांव के परिवारों को चार क्लस्टरों में बांटकर चार टीमों का माइक्रोप्लान तैयार किया गया है । दो सदस्यीय टीम डोर टू डोर आयु वर्ग के अनुसार डी0ई0सी0 और एल्बेंडाजाल की गोलियों का वितरण करके उसे फैमिली रजिस्टर में दर्ज कर रही है साथ-साथ लिम्फोडिमा और हाइड्रोसिल के रोगियों को चिन्हित कर रही है।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्रीमती सरोज सिंह ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान से कवरेज दर 75 प्रतिशत से ऊपर हो गयी है अगर यह दर जिस दिन 90 प्रतिशत से ऊपर हो जायेगी तो पोलियो और चेचक की तरह फाइलेरिया भी इतिहास के पन्नों में दफन हो जायेगा। इस अभियान के लिए उन्होंने केन्द्र एवं राज्य सरकार की सराहना की।