हरियाली शृंगार पर रंग बिरंगे फूलों से चमक उठा काशी के कोतवाल का दरबार, बाबा काल भैरव को लगा 56 भोग
संकल्प सवेरा, काशी। काशी को कोतवाल बाबा कालभैरव का गुरुवार को 107वां वार्षिक हरियाली शृंगार महोत्सव मनाया जा रहा है। पूरे मंदिर को अलग-अलग तरह के फूल-पत्तियों से सजाया गया है। महोत्सव का शुभारंभ बाबा कालभैरव के पंचामृत स्नान से हुआ। इसके बाद बाबा को नए वस्त्र धारण कराए गए।
बाबा को 56 भोग लगाने के बाद दोपहर में मंदिर का पट भक्तों के लिए खोल दिया गया।
महोत्सव के संयोजक पंडित राजेश मिश्र ने बताया कि रात 12 बजे 1008 बत्तियों से बाबा की महाआरती की जाएगी। इसके बाबा मंदिर का पट बंद कर दिया जाएगा।
पंडित राजेश मिश्रा ने बताया कि हरियाली महोत्सव की शुरूआत साल 1915 में की गई थी। उस दौरान देश में भयंकर सूखा पड़ा था। तब उनके परनाना पंडित गौरी शंकर दुबे ने सूखे से मुक्ति और हरियाली के लिए इस महोत्सव का आयोजन किया था।
उस साल से लेकर अब तक हर वर्ष हरियाली महोत्सव का आयोजन होता चला आ रहा है। आज के दिन भैरव के मूल स्वरूप की झांकी सजाई गई है। बाबा को सिंदूर लेपन किया गया है, बाघंबरी वस्त्र धारण कराया गया है। उनको रजत मुखौटा लगाया गया है। रात में भोग आरती के बाद भक्तों में हलुआ और पूड़ी के प्रसाद का वितरण किया जाएगा।