संकल्प सवेरा आप सभी पाठकों का स्वागत करता है।
भारत मां के वीर सपूतों, गर्व से शीश उठा के,
अपने माथे पर अपनी धरती का तिलक लगा के,
वीर शहीदों की स्मृति में दोनों हाथ उठा के।
बोलो भारत मां की जय हर बार ध्वजा फहरा के।।
हम उस देश के वासी हैं, जहां रानी लक्ष्मीबाई थी,
देश पे लाल लुटाने वाली पन्ना सी तरुणायी थी,
रानी कर्मवती दोनों हाथों से तलवार चला के,
हमको आजादी दिलवाई अपनी जान गंवा के।
https://youtu.be/PUdVIcYIel0
बोलो भारत मां की जय हर बार ध्वजा फहरा के।।
याद करो राणा प्रताप का अस्सी किलो का भाला ,
घास की रोटी खा कर भी निज स्वाभिमान सम्भाला,
अरि को लोहा मनवाया रण में निज शौर्य दिखा के।
हमको आजादी दिलवाई अपनी जान गंवा के।।
बोलो भारत मां की जय हर बार ध्वजा फहरा के।।
मत भूलो सुखदेव, राजगुरु ने दे दी है जवानी,
याद करो तुम भगतसिंह को सोचो उनकी कुर्बानी,
उन्नीस साल के खुदिराम ने फांसी गले लगा के,
हमको आजादी दिलवाई अपनी जान गंवा के।
बोलो भारत मां की जय हर बार ध्वजा फहरा के।।
याद करो एक शौर्य पुरूष था वो आजाद तिवारी,
लाखों दुश्मन पर पड़ता था एक अकेला भारी,
अन्त में हुआ शहीद भी अपनी ही गोली ख़ा के,
हमको आजादी दिलवाई अपनी जान गंवा के।
बोलो भारत मां की जय हर बार ध्वजा फहरा के।।
भारत मां के वीर सपूतों गर्व से शीश उठा के,
अपने माथे पर अपनी धरती का तिलक लगा के,
वीर शहिदों की स्मृति में दोनों हाथ उठा के,
बोलो भारत मां की जय हर बार ध्वजा फहरा के.