संकल्प सवेरा, जौनपुर। पूरे विश्व मे जहाँ भी लोकतंत्र है ,पत्रकारिता को उसके चौथे स्तंभ के रूप में मान्यता है । निर्भीक पत्रकारिता ने स्वयं से इस स्थान पर अपने को स्थापित किया है । इस उदात्त परंपरा में हम अगर जौनपुर की चर्चा करे तो शीर्ष पर जो नाम उभर के आता है
वो स्व- रामेश्वर बाबू का नाम आता है ।उनकी इस अशेष यश का प्रतीक हिंदी भवन और उनका अखबार समय जौनपुर ही नही पूर्वांचल के मानस पटल पर अंकित है।उनके पुत्र स्व- दिनेश कुमार उर्फ दम्बू जी को इस संदर्भ में स्मरण न करना उनके साथ अन्याय होगा ।
जब से हमने होश संभाला जौनपुर में स्थापित पत्रकार की त्रयी के रूप में पंडित चंद्रेश मिश्र ,हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव और स्व- पुरुषोत्तम सिंह को ही जानते थे जिसमें श्रीवास्तव जी अपनी शराफत,,मिश्र जी अपनी विद्वत्ता और पुरुषोत्तम सिंह अपनी धारदार कलम के नाते जाने जाते थे ।
तरुनमित्र के कैलाश जी भी अपनी लेखनी से अपनी पहचान बनाने में सफल रहे।पत्रकारिता और दबंग राजनीति का मिलाजुला स्वरूप थे स्व- तेजबहादुर सिंह डंडा संपादक साप्ताहिक प्रकाश ।देश के सबसे बड़े अखबारों में लिखने वाले दादा पत्रकार चंचल बी एच यू तो इस जनपद की शान हैं ही ।
समय की शिला पर कालांतर में सशक्त हस्ताक्षर के रूप में जौनपुर की पत्रकारिता में पदार्पण हुआ देशदूत ,गांडीव,आज और दैनिक जागरण में अनवरत 26 वर्ष अपनी धाक और धौंस जमाने वाले ओमप्रकाश सिंह का जो सम्प्रति उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता है। पं श्यामनारायण की सशक्त लेखनी भी अपने मे एक मिसाल रही ।
स्व- तीर्थराज तिवारी PTI की प्रशासनिक पकड़ को कौन भूल सकता है ?समय आगे बढ़ चला और पत्रकारिता के नए रत्न उद्भूत हुए ,शशि मोहन सिंह क्षेम ,मधुकर तिवारी,कैलाश आदि । जिले से लखनऊ के आसमान पे उदित धूमकेतु हेमंत तिवारी की चर्चा बिना यह प्रकरण अधूरा रहेगा जो आज एक देदीप्यमान नक्षत्र के रूप में पूरे उत्तर प्रदेश में स्थापित हैं।
इस इतिहास के पीछे जाने का मेरा मकसद ये है – “सच कहना अगर बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं।” आज कल एक नए जोश जुनून से भरा लड़का धनंजय राय अर्जुन ने किन्ही संदर्भो में कलम की ताकत से सत्य को उद्घाटित करने का साहस किया है। जैसा के पूर्व में भी होता रहा है के दुष्प्रवृत्तियां ,सद्प्रवृत्ति पे हाबी होना चाहती हैं ,
वही उसके साथ भी हो रहा।ऐसे में मैं कलम के सभी महारथियों से आह्वान करता हूं कि इस नवोदित साहसी पत्रकार का साहस बढ़ाये और उसे सच्चाई की तरफ आगे बढ़ने की प्रेरणा दे।
संभवतः अपने अल्पज्ञान के नाते अगर जनपद के अखबार जगत के कुछ महारथियों का नाम भूल गया हूं तो मुझे क्षमा करेगे ।