संकल्प सवेरा,टेक्सास. देश-दुनिया में कोरोना महामारी का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है. कई देशों में कोरोना संक्रमण के नए केस तेजी से बढ़े हैं और इसे तीसरी लहर माना जा रहा है. इसी बीच, अमेरिका से चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है. यहां नई बीमारी मंकीपॉक्सका पहला केस मिला है. जानकारी के मुताबिक, मंकीपॉक्स का पहले केस टेक्सास में पाया गया है.
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक, यह दुलर्भ बीमारी है जिस वायरस का यह पहला मामला है. बीमारी एक अमेरिकी निवासी में पाई गई, जिसने हाल ही में नाइजीरिया से अमेरिका की यात्रा की थी. मरीज को डलास में अस्पताल में भर्ती है. डलास काउंटी के स्वास्थ्य अधिकारी क्ले जेनकिंस के मुताबिक, यह बीमारी दुर्लभ जरूरी है, लेकिन हम अभी कोई बड़ा खतरा नहीं देख रहे हैं. हमें नहीं लगता कि अभी यह आम जनता के लिए कोई खतरा है.
सीडीसी के अनुसार, नाइजीरिया के अलावा 1970 के बाद से मध्य और पश्चिमी अफ्रीकी देशों में इस बीमारी के केस सामने आ रहे हैं. इससे पहले 2003 में अमेरिका में इस बीमारी के कुछ केस मिले थे. सीडीसी ने कहा कि उसके अधिकारी संबंधित एयरलाइन और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से सम्पर्क साध रहे हैं ताकि विमान में सवार अन्य यात्रियों और लोगों की जांच की जा सके.
मंकीपॉक्स चेचक के समान वायरस से संबंधित बीमारी है. यह बीमारी दुर्लभ जरूर है, लेकिन गंभीर वायरल बीमारी हो सकती है. इसमें आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षणों और लिम्फ नोड्स की सूजन से शुरुआती होती है. धीरे-धीरे चेहरे और शरीर पर के बड़े हिस्से पर दाने उठने लगते हैं. चिंता की बात यह है कि यह बीमारीश्वसन बूंदों के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकती है.
वैसे अमेरिका में सामने आए पहले केस के संबंध में अच्छी बात यह है कि अधिकांश यात्री कोरोना महामारी के कारण मास्क पहने हुए थे, इसलिए आशंका कम ही है कि उस विमान और हवाई अड्डे पर सांस की बूंदों के माध्यम से मंकीपॉक्स दूसरे लोगों तक पहुंची हो.