पतंजलि योग समिति के कार्यकारिणी सदस्यों के लिए आयोजित हुई सात दिवसीय कार्यशाला-
इन्टिग्रेटेड योगाभ्यास के साथ सत्र का हुआ शुभारंभ, अचल हरिमूर्ति
संकल्प सवेरा, जौनपुर। योग गुरु बाबा रामदेव की प्रेरणा से जन जन तक योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को पहुंचाकर पूर्णतः स्वस्थ रखनें के अभियान के तहत प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति के दिशा-निर्देशन में कार्यशाला का शुभारंभ शनिवार से हो गया।
नगर के मियांपुर स्थित योगस्थली में पतंजलि योग समिति के कार्यकारिणी सदस्यों के लिए सात दिवसीय कार्यशाला में कोरोना वायरस जैसी समस्याओं के चपेट में आये लोगों में मनोदैहिक सन्तुलन को स्थापित करने के लिए किये जानें वाले प्रमुख आसन के बारे मे बताया गया। अचल हरी मूर्ति ने व्यायाम,ध्यान और प्राणायामों को जन जन तक एक महाअभियान के तहत पहुंचाने के लिए रणनीतियां बनाई।
इस तरह के लोगों की समस्याओं से पूर्णतः निजात हेतु इन्टिग्रेटेड योगाभ्यास को कराया गया। जिसमें जिसमें किसी विशेष आसन में ध्यानात्मक मुद्रा में अधिक समय तक प्राणायामों को कराया जाता है । इससे कम से कम समय में स्वास्थ्य लाभ अनेकों गुना बढ़ जाता है । एक ही समय में आसन,ध्यान और प्राणायामों का लाभ अनेकों रुपों में मिल जाता है।
श्री हरीमूर्ति के द्वारा भद्रासन,गोमुखआसन, वक्रासन, मकरासन,भुजंगासन, सेतुबंधासन और मर्कटासनों में ध्यानात्मक मुद्रा में कपालभाति,भस्त्रिका,वाह्य प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायामों को कराते हुए उनसे होनें वाले मनोदैहिक लाभों को भी बताया गया।
इस मौके पर डा ध्रुवराज योगी,डा चन्द्रसेन, राजीव सिन्हा,अशोक कुमार,नवीन द्विवेद्वी, उदयराज, रविन्द्र सिंह, महेंद्र प्रजापति, हंसराज चौधरी,दयाराम,हरीनाथ यादव,मुन्ना चौहान, राजेश यादव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।