…तो क्या जौनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर निर्दल प्रत्याशी का होगा कब्जा?
रिर्पोट:- राजीव पाठक
संकल्प सवेरा,जौनपुर। जिले की प्रथम नागरिक की हैसियत रखने वाले पद पर कौन बैठेगा इसके चुनाव के लिए चौबीस घण्टे से भी कम समय रहा गया है।धीरे धीरे ही सही पूरी तरह से धुंधली तस्वीर अब कुछ साफ होना शुरू हो गयी है ये हम नही इस पद के दावेदारों के दावे खुद ही इसकी असलियत बता रहे हैं।
चौंकिये मत!हम आज ही हार जीत का फैसला नही सुनाने जा रहे हैं, बल्कि इस चुनाव में भाग्य आजमा रहीं चारों महिला प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के दावों और उन दावों पर राजनैतिक समीक्षकों की बात सामने रखने का प्रयास कर रहें हैं।
बात करें जौनपुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रही प्रत्याशियों की तो इसमे दो उम्मीदवार राजनैतिक पार्टियों की अधिकृत उम्मीदवार है।
जबकि दो निर्दलीय प्रत्याशी हैं,हालांकि राजनैतिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो विशुद्ध रूप से श्रीकला धनंजय सिंह ही निर्दलीय प्रत्याशी है जबकि दूसरी निर्दलीय उम्मीदवार नीलम सिंह भाजपा के टिकट पर सदस्य का चुनाव जीती हैं और अध्यक्ष पद के लिये पार्टी व पार्टी गठबंधन से बग़ावत करके निर्दलीय बनी हैं।
अब बात करें सभी के दावों की तो लगातार दो बार से अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाकर बैठी सपा ने जिला पंचायत सदस्य के लिये कोई भी सदस्य को टिकट नही दिया लेकिन नतीजे आते ही 43 सदस्यों को सपा समर्थन का दावा ठोक दिया।
वहीं दूसरी तरफ चिर प्रतिद्वंद्वी पार्टी भाजपा ने अपने दस व गठबंधन सहयोगी अपना दल के 6 सदस्यों के दम पर अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने का दावा कर दिया हलांकि नामांकन से दो दिन पूर्व ही भाजपा ने ये सीट अपना दल को दे दिया,अपना दल की प्रत्याशी ने टिकट मिलते ही पहले नामंकन किया फिर जीत के लिये आश्वासन भरा दावा किया।
वही भाजपा की नीलम सिंह ने भाजपा के सीट छोड़ने से नाराज होकर निर्दल ही न केवल नामांकन किया बल्कि 50 प्लस सदस्यों के समर्थन का दावा भी किया।
वहीं जिला पंचायत के अध्यक्ष की कुर्सी के लिए ही इस चुनाव में उतरने वाली श्रीकला धनंजय सिंह अपने साथ 53 से 54 सदस्यों के साथ होने का शत प्रतिशत दावा कर रहीं है।जीत के प्रति आश्वस्त दिख रहीं श्रीकला धनंजय सिंह के पीछे उनके पति पूर्व सांसद धनंजय सिंह व एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू की भूमिका महत्वपूर्ण है इस जीत से वे ना सिर्फ मल्हनी का हिसाब बराबर करना चाहेंगे बल्कि … को भी आईना दिखाने का काम करेंगे।
आंकड़ों पर गौर करें तो 83 प्रत्याशियों के मतदान के लिए 150 से ज्यादा का दावा चारों प्रत्याशी कर रहीं हैं जबकि जीत के लिए 42 की संख्या जादुई अंक है।ऐसे में किसके सर ताज सजेगा और किन किन प्रत्यशियों को इन सदस्यों ने कुर्सी का दिवास्वप्न दिखाया है इसका भी कल के मतदान के बाद पता चल जाएगा।