ब्राह्मण समाज, नेताओं के बहकावे में आने वाला नहीं है: पारसनाथ तिवारी
रिपोर्ट – आकाश मिश्रा “शनि”
संकल्प सवेरा,सिकरारा थाना क्षेत्र के भीलमपुर गांव मूल निवासी व महाराष्ट्र राज्य में राकांपा के संस्थापक सदस्य और वरिष्ठ नेता पारसनाथ तिवारी ने कहा कि आजकल चुनावी लाभ की नीयत से ब्राह्मणों को लुभाने के लिए राजनैतिक पार्टियों में होड़ सी लगी है़,
इसके लिए ब्राह्मण नेताओं को पार्टियां अपने अपने दल में शामिल करने में लगी हैं। उन्हें लगता है़ इससे उन्हें ब्राह्मण वोट मिल जाएगा, लेकिन राजनैतिक पार्टियों के पास ब्राह्मणों को देने के लिए कुछ नहीं हैं।
आज दूरभाष के माध्यम से एक बयान में श्री तिवारी ने कहाकि राजनैतिक पार्टियों को मालूम होना चाहिए कि ब्राह्मण अब धोखा खा खा कर जागरूक हो चुका है़।
उसे मालूम है़ ब्राह्मण नेता को मंत्री बना देने से ब्राह्मण समाज की समस्या हल नहीं होगी। इसलिए वह आगामी चुनाव में ब्राह्मण नेताओं के बहकावे में नहीं आने वाला है।
श्री तिवारी ने कहाकि ब्राह्मणों का वोट चाहने वाली पार्टियों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे चुनाव जीतने के बाद वे ब्राह्मण समाज के लिए क्या करने वाली हैं। उन्होंने कहाकि ब्राह्मण समाज में जो लोग गरीब है उनके उत्थान के प्रयास किये जाने चाहिए।
गरीब ब्राह्मणों के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जानी चाहिए, उनके लिए स्किल डेवलपमेंट के कार्यक्रम चलाये जाने चाहिए तथा स्वरोजगार आदि शुरू करने में उनकी मदद की जानी चाहिए।
उन्होंने कहाकि ब्राह्मण ऐसी कौम हैं जो अपने दम पर जिन्दा है। सब दल उसकी उपेक्षा करते हैं । अनेक दल तो उन्हें अपमानित भी करते रहते हैं। ब्राह्मण फिर भी बिना किसी गिले शिकवे के राष्ट्र निर्माण के काम में लगा रहता है।