संकल्प सवेरा,नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर हद से ज्यादा घातक थी. कोरोना की दूसरी लहर में ही भारत में मृतकों की संख्या 2 लाख के पार हो गई और अब तक 3,59,676 लोगों की मौत हो चुकी है. दूसरी लहर में लगभग हर दिन 2,000 लोगों की मौत हुई है. साल 2020 में आई महामारी के बाद से हर पांच में तीन मौतों की वजह कोरोना वायरस संक्रमण है. अब तक कोविड के चलते हुई मौतों का लगभग 57 फीसदी सिर्फ हिस्सा दूसरी लहर का है. वैश्विक स्तर पर कोरोना से होने वाली मौतों पर नजर डालें तो ब्राजील में 102 दिनों में 2,25 लाख मौतें और अमेरिका में 1 मार्च से अब तक 82,738 लोगों की मौतें हुई हैं. यहां अब तक करीब 6.1 लाख लोगों की कोविड से जान जा चुकी है, जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है.
हालांकि भारत में जून में कोरोना के मामलों में गिरावट दर्ज की जा रही है. हालांकि मौतों की संख्या अब भी चिंता का सबब है. जून के पहले हफ्ते में 16,300 लोगों की मौत हुई. बीते दो दिनों में ही 5,873 मौतों की संख्या जोड़ी गई है. इसमें से 3,951 अकेले बिहार की संख्या है. इसके साथ ही उत्तराखंड में 779 मौतें रिवाइज्ड की गई.आंकड़ों में जिनता स्पष्टता होगी उतना ही मिलेगी मदद
महाराष्ट्र में कोविड से हुई मृत्यु के 11,000 मामले कोविड-19 से मौत के आंकड़ों में दर्ज नहीं होने की खबरों पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, ‘जिले में कोविड-19 के निजी और सरकारी अस्पताल हैं. सरकारी अस्पतालों में कोरोना वायरस से मृत्यु के आंकड़े नियमित अपडेट किये जाते हैं, वहीं निजी अस्पतालों के आंकड़ों में देरी हो जाती है और इसलिए मामलों की संख्या में असमानता है. सभी निजी अस्पतालों से कोविड-19 से मृत्यु के मामलों की सूची नियमित देने को कहा गया है.’ विशेषज्ञों का मानना भी है कि आंकड़ों में जिनता स्पष्टता होगी उतना ही स्थिति को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी.