संकल्प सवेरा, जौनपुर जिला जेल में शुक्रवार को आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी की मौत के बाद भारी बवाल हुआ। एक कैदी की मौत से गुस्साए बंदियों ने जेल में जंगलराज कायम कर दिया। सजायाफ्ता कैदियों और बंदियों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की। बैरकों से बाहर आकर कैदियों ने जेल पर कब्जा कर लिया। पगली घंटी बजने के बाद पीएसी सहित कई थानों की फोर्स जेल के अंदर पहुंची।
हालात बेकाबू होने पर पुलिस ने कैदियों को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड आंसू गैसे के गोले दागे। घंटों तक हंगामा चलता रहा। कैदियों ने गैस सिलिंडर को भी कब्जे में ले लिया था। बताया जा रहा है कि आक्रोशित बंदी अंदर तोड़फोड़ करने के साथ ही पुलिस पर पथराव कर रहे थे। शाम करीब साढ़े 4 बजे डीएम मनीष कुमार वर्मा और एसपी राजकरन नय्यर भी जेल में पहुंचे। ड्रोन कैमरे की मदद से पुलिस जेल के अंदर के हालात की निगरानी कर रही है। जेल के बाहर भी सुरक्षा बढ़ाई गई। बार-बार लाउडस्पीकर से हिदायत दी जा रही है जौनपुर जिला जेल में बवाल तब शुरू हुआ जब एक सजायाफ्ता कैदी की मौत हो गई। करीब 10 वर्ष पूर्व हुई हत्या के मामले में जिला जेल में बंद रामपुर ब्लॉक के बनीडीह गांव के प्रधान पति की मौत हुई थी।
जेल प्रशासन ने मौत का कारण बीमारी को बताया है। जबकि परिवारवालों का आरोप है कि जेल के अंदर उपचार में लापरवाही बरती गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। रामपुर ब्लॉक के बनीडीह गांव में वर्ष 2011 में जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद में हत्या हुई थी। इसमें गांव के बागेश मिश्र (41) को आरोपी बनाया गया था।
लंबे समय तक चले मुकदमे के बाद हाइकोर्ट ने गत छह जनवरी को फैसले में बागेश को हत्या का दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। तब से ही वह जेल में बंद था। जेल अधीक्षक एसके पांडेय के मुताबिक बृहस्पतिवार को बागेश की तबीयत खराब होने पर जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद स्थिति में सुधार हुआ था।
शुक्रवार की सुबह फिर से तबीयत बिगड़ गई। तत्काल जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बागेश के भाई अनिल का आरोप है कि तीन दिन से बागेश की तबीयत खराब थी, लेकिन जेल प्रशासन ने समुचित उपचार नहीं कराया। जिला अस्पताल लाने में भी देरी गई।
कैदी के परिवार ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। बागेश गांव का बीडीसी सदस्य भी रहा है। इस बार पंचायत चुनाव में उसकी पत्नी कुसुम प्रधान चुनी गई हैं।