जौनपुर, संकल्प सवेरा। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के तीन गांवों में जहरीली शराब के सेवन से पिछले 24 घंटों में आठ लोगों की मृत्यु की चर्चा है। जिला प्रशासन ने दंपती दो के ही मौत की पुष्टि की है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुटे हैं। पकड़ी गांव में स्थित लाइसेंसी देशी शराब की दुकान जपटापुर स्थानांतरित हो जाने के बाद से वहीं कुछ लोग अवैध शराब की बिक्री कर रहे थे। पकड़ी गांव निवासी रामवृक्ष (45) बुधवार की दोपहर वहीं से शराब खरीदकर लाया था। रामवृक्ष व उसकी पत्नी मीना (42) ने शराब पी ली। इसके बाद शाम करीब छह बजे मीना की हालत बिगड़ने लगी। उसे उपचार के लिए खेतासराय स्थित प्राइवेट हबीब हास्पिटल ले जाया गया। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन में हास्पिटल बंद था। जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मीना देवी ने दम तोड़ दिया। पत्नी की मौत के कुछ ही देर बाद रामवृक्ष की भी हालत बिगड़ गई। उसे जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया।उधर, उसी अवैध अड्डे से खरीदी गई जहरीली शराब पीने से बर्जी गांव निवासी चुन्नू की भी बुधवार की शाम मौत हो गई। गुरुवार की सुबह जिला अस्पताल में उपचार के दौरान रामवृक्ष ने भी दम तोड़ दिया। जहरीली शराब के सेवन से आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत की खबर इंटरनेट मीडिया में वायरल होते ही जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। एएसपी (ग्रामीण) त्रिभुवन सिंह, सीओ सदर रण विजय सिंह ने दोनों गांवों में पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की।
चर्चा है कि इसी थाना क्षेत्र के मुड़ैला गांव में डेेरा डाले खानाबदोशों ने उसी अड्डे से शराब लेकर सेवन किया था। उनमें से पांच की मौत हो गई। गांव वालों ने कोरोना वायरस संक्रमण से मौत होने की आशंका पर खानाबदोशों को वहां से शवों के साथ भगा दिया। हालांकि, प्रशासनिक स्तर पर इसकी पुुष्टि नहीं की गई है।