ईमानदारी और पारदर्शिता के लिये चर्चित अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व को जांच मिलने से हड़कम्प
जौनपुर। जिला अस्पताल में तड़फते मरीजों को ऑक्सीजन देकर जान बचाने का प्रयास करने वाले युवक पर मुकदमा दर्ज होने के मामले ने खासा तूल पकड़ लिया है। प्रदेश स्तर पर मीडिया के लिए सुर्खियों में बने इस युवक के बहादुरी पर जहां सूबे के लोग उसकी वाहवाही गा रहे हैं।
शहर के अहियापुर मोहल्ला निवासी एंबुलेंस चालक रितेश अग्रहरी उर्फ विक्की नामक इस नौजवान के खिलाफ जिला अस्पताल के चर्चित सीएमएस द्वारा गलत तरीके से मुकदमा दर्ज कराए जाने से जिले के स्वास्थ्य महकमें की खासी भद पिट रही है।
दरअसल प्रदेश के विभिन्न न्यूज़ चैनलों के माध्यम से यह मामला जब उत्तर प्रदेश शासन के संज्ञान में आया तो, शासन स्तर से इस मामले में जांच बैठा कर घटना के असली दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश हुआ।
जिसके बाद आनन-फानन में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने मामले की जांच बैठा दी। दिलचस्प यह है कि इस जांच की जिम्मेदारी जिले के एक ऐसे अधिकारी को सौंपी गई है जो अपनी ईमानदारी और पारदर्शिता तरीके से काम करने के लिए चर्चित है।
ऐसे में जिले के प्रबुद्ध लोग अब यह चर्चा करने लगे हैं कि भ्रष्टाचार में लिप्त जिला अस्पताल के बड़े मुखिया आखिर अब इस जांच अधिकारी की लपेट से कैसे बचेंगे।
इस संबंध में एडीएम वित्त एवं राजस्व रामप्रकाश ने इस प्रतिनिधि को बताया कि जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर बैठाई गई जांच में जो सही बिंदु होगा, उसे जिलाधिकारी के सामने शीघ्र ही रखा जाएगा।
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आखिर क्या था मामला
जौनपुर। कोरोना कॉविड के इस दौर में मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश है की जिला अस्पताल में सभी संसाधन पूरी तरह से दुरुस्त किया जाए लेकिन जब जिले के निजी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती नहीं हुई तो लोग आनन-फानन में जिला चिकित्सालय पहुंचे। यहां तैनात मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने दर्जनों लोगों को इसलिए वापस कर दिया, क्योंकि उनके यहां न तो बेड खाली है , और ना ही मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर है। मरीजों और उनके तीमारदारों के रोने गिड़गिड़ाने पर भी सीएमएस को तनिक भी दया नहीं आई ।
इस दौरान एंबुलेंस चालक विक्की अग्रहरी वहां पहुंचा और उसने एंबुलेंस के माध्यम से दो दर्जन से अधिक लोगों को आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराकर उनकी जान बचाई। हैरत की बात यह रही विक्की ने किसी से पैसे भी नहीं लिए। यह खबर जब दूसरे दिन मीडिया की सुर्खियों में आया तो सीएमएस आग बबूला हो गए, और वह अपने कुछ चंद चाटुकार लोगों के कहने पर युवक के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करा दिये।