जौनपुर उ प्र मा शिक्षक संघ (नवीन) के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षक एमएलसी प्रत्याशी धर्मेन्द्र यादव मीडिया के माध्यम से कोरोना वाइरस जैसी महामारी की खतरनाक दूसरी लहर से हो रही बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारियों, अधिकारियों एवं आमजन मानस की मौत के लिए सरकार, निर्वाचन आयोग और न्यायपालिका को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के भयावह रूप को जानते हुए भी जनता के प्रति जवाबदेह किसी भी अंग ने समय रहते चुनाव रोकने का सख्त निर्णय नहीं लिया जिसका खामियाजा देश की निरीह, असहाय और लाचार जनता को जान देने के रूप में भुगतना पड़ रहा है। महामारी की गंभीरता को देखते हुए यदि समय पर सरकार चुनाव को रोकने पर सख्त निर्णय ले लेती तो सैकड़ों शिक्षक-कर्मचारियों को बचाया जा सकता था परन्तु चुनाव में व्यस्त होने और खर्च के कारण महामारी से बचाव कार्य बहुत प्रभावित हो रहा है।स्कूल कालेज बन्द है बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है परन्तु चुनाव धड़ल्ले से कराये जा रहे हैं। इसलिए संगठन की ओर से सरकार को सुझाव है कि चुनाव प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से रोक दिया जाय और कोविड-19की दूसरी लहर के भयावह रूप से देश को बचाने में जी जान से जुट जाए ताकि समय रहते महामारी से निजात मिल सके। उ प्र मा शिक्षक संघ (नवीन) महामारी से जंग लड़ते हुए दिवंगत आत्माओं को शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संवेदना व्यक्त करता है। छापने का कष्ट करें बड़े भाई। सादर धन्यवाद।