खुटहन शाहपुरसानी गाँव में गुरुवार की आधी रात अज्ञात कारणों से लगी आग ने ऐसी तबाही मचायी कि एक परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया। एक दर्जन रिहायशी छप्पर व उसमें रखा गृहस्थी का सामान जल कर राख हो गया। वहां मौजूद ग्रामीण भी पानी के आभाव में विवश खड़े रहे। मौके पर पहुँचें वरिष्ठ उप निरीक्षक शीतल चन्द्र ने फायर ब्रिगेड को बुलवाया। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। अगलगी में डेढ़ लाख से अधिक की क्षति का अनुमान है।
गाँव निवासी राजकुमार नाविक उर्फ कुँवर अपने चार बेटो और बहुओं के साथ बस्ती से दूर खेत में मिट्टी की दीवारें बनाकर उस पर एक दर्जन छप्पर रख उसी में गुजारा करते रहे है। रात में लगभग 11 बजे वे खापीकर बाहर सो रहे थे। तभी अचानक उनके एक छप्पर से आग की लपटे उठने लगी। बास बल्ली के चटकने की आवाज़ से उनकी नींद खुल गई। वे शोरगुल कर स्वजनो को बाहर निकाले। एक छप्पर में बंधे मवेशियो को खूंटे से छोड़ दिए। उधर आग विकराल रूप धर एक बाद दूसरा छप्पर तक बढ़ते हुए पूरे आशियाने को आगोश में ले लिया। शोरगुल सुन सैकड़ों लोग जमा हो गये। पहले तो पानी के आभाव में सब विवश होकर मूक दर्शक बने रहे। बाद में दूर खेत में लगा ट्यूबवैल चलवाकर पानी पहुंचाया गया। तब तक पूरी गृहस्थी राख में तबदील हो चुकी थी। आग सरपत के झुरमुट को जलाते हुए रिहायशी बस्ती की ओर बढ़ रही थी। फायर ब्रिगेड के जवानो ने कड़ी मशक्कत कर उसे काबू में कर लिया। मौके पर पहुँचें राजस्व निरीक्षक गजेंद्र सिंह रावत ने क्षति का आकलन कर पीड़ित को ब्यक्तिगत रूप से चार हजार रुपये की सहायता दिया।