जौनपुर संकल्प सवेरा माना हमारी बस्ती में आग लग गयी है ।यह आग किसने लगाया है।कैसे आग लगी है और क्यों लगाया।क्या इसी बात को लेकर लस समय तर्क वितर्क करने का समय है या सामूहिक इच्छाशक्ति से इसे बुझाने की कोशिश होनी चाहिए आंखे खोलकर देखिये यह आग की लपटें बस्ती की हर घर की तरफ बढ़ रही है चारो तरफ भय और दहशत का माहौल है जिस घर से अर्थी उठी है या जिन बेचारों ने अपने माँ बाप बच्चों को कंधा भी नहीं दे सके सब धन दौलत रहने के बावजूद इलाज़ नहीं कर पाए उनके दर्द को अहसास होने मात्र से ही सांसे रुक जाती है बहुत ही हिर्दय विदारक माहौल है आप या परिवार का कोई सदस्य किसी भी समय इस महामारी के चपेट में आ सकता है प्राण रच्छक संसाधनों कमी है आप स्वम पर भरोसा करिये आप ही अपनी समझदारी से स्वयंको बचा सकते हैं एक न एक दिन हम लोग घातक संकट निकल जाएंगे और इस संकट के दोषियों से हिसाब किताब अवश्य कर लेंगे हमारा देश ऐसे संकटो से कई बार गुज़रा है फिर तन कर खना हुवा है साहस पैदा करिये परमात्मा आप के साथ है इस महामारी के लिए परमात्मा कसूरवार नहीं है हम सभी इसके लिए ज़िम्मेदार हैं मन से ही आप हारेंगे और मन से ही इस युद्ध मे जीतेंगे मृत आत्माओं को ईश्वर सन्ति दे यही हमारी दुवा है उक्त बाते वशिष्ठ नारायण सिह ने एक प्रेष रिर्पोट के माध्यम से कही