अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) पर विशेष
आने वाले समय में लड़कियों के लिए अवसरों की भरमार : कुलपति निर्मला एस मौर्य
लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए परिवार को भी सुरक्षित माहौल देने में निभानी होगी भूमिका
जौनपुर, 07 मार्च 2021
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर की कुलपति निर्मला एस मौर्य का कहना है कि भविष्य में लड़कियों के लिए अवसरों की भरमार है। आजकल परिवार के लोग भी लड़कियों के मामले में जागरूक हुए हैं। इन अवसरों का लाभ उठाने के लिए उन्हें सशक्त बनाने में सहयोग कर रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर निर्मला एस मौर्य ने महिला सशक्तिकरण पर चर्चा करते हुये कहा कि लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए मात्र एक पक्ष पर काम नहीं करना होगा बल्कि उस पर समग्र रूप से विचार करना होगा। उन्हें शारीरिक, सामाजिक के साथ ही आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाना होगा। आज की नई पीढ़ी इस दिशा में ही आगे बढ़ रही है। इसलिए लड़कियों को नौकरी या आगे बढ़ने के मौकों से रोकना नहीं चाहिए, बल्कि ऐसी स्थितियों में हमें उन्हें सुरक्षा प्रदान करना चाहिए। वह बताती हैं कि इसी के चलते आईटी कम्पनियां नौकरी देने के साथ ही सुरक्षा का माहौल दे रही हैं। आने जाने के लिए कैब दे रही हैं। बावजूद इसके उन्हें अपनी सुरक्षा के प्रति ज्यादा सतर्क रहना है। शारीरिक रूप से मजबूत होने के साथ जूडो, कराटें जरूर सीखना होगा। बेसिक कक्षाओं के बाद से ही संगीत और नृत्य की जगह जूडो में दक्ष होना चाहिए। इसके अलावा अध्यापकों और मां को गुड टच तथा बैड टच का फर्क बताना चाहिए जिससे वह जीवन में शोषण का शिकार न हो सकें।
वह पीढ़ियों से मिलने वाले संदेश को आज के समय भी प्रासंगिक मानती हैं। वह कहती हैं कि आवश्यक हो तो ही बाहर निकलें। निकलें तो अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए। परिवार का सदस्य रहे तो ज्यादा ठीक है, नहीं तो अपने पास मिर्ची या स्प्रे अवश्य रखें जिससे उसका उपयोग कर अपना बचाव कर सकें।
वह कहती हैं कि डिजिटल युग से शिक्षा तथा अवसर आसानी हर वर्ग तक पहुंचने लगे हैं। ‘नई शिक्षा नीति-2020’ शिक्षा का स्तर ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
ऐसा रहा शिक्षा का सफर: जन्म कानपुर में हुआ लेकिन शिक्षा-दीक्षा बनारस में हुई। कार्यक्षेत्र तमिलनाडु रहा। मुख्य विशेषज्ञता हिन्दी में रही और 40 वर्षों तक दक्षिण भारत में हिन्दी के प्रचार-प्रसार में योगदान दिया।
क्षय उपचाराधीन बच्ची की परवरिश की: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के निर्देश पर कुलपति ने वर्ष 2019 में देवकली गांव के दयाराम की बेटी कंचन भारती को गोद लिया था। कुलपति निर्मला मौर्य ने उसे अपने कार्यकाल में बखूबी जारी रखा। उसके इलाज, दवा, खानपान और पढ़ाई का खर्चा उठाया। आज वह पूरी तरह से स्वस्थ्य है।












