मुंगराबादशाहपुर.संकल्प सवेरा (जौनपुर)। मुंगरा बादशाहपुर के मोहल्ला सिपाह में स्थित हजरत सैयद मंसूर बाबा का छठवां उर्स बड़े ही अकीकत तथा शान शौकत ल कोरोना गाइडलाइन के साथ मनाया गया। शुरुआत में बाबा के मजार को गुलाल व केवड़ा जल से नहलाया गया। और उसकी गुलपोशी की गई। एक जुलूस मोहल्ला साहबगंज स्थित फूल शाह बाबा सिनेमा गली से डीजे सहित गाजे-बाजे के साथ निकाली गई। इसमें बाबा के कद्रदान सिर पर गागर लेकर चल रहे थे। जॉन नगर में अपने कदीमी रास्ते से होकर बाबा के मजार पर पहुंचा। जहां पर जारी नोने बाबा के मजार पर चादर चढ़ाई और मन्नतें मांगी। जुलूस के शक्ल में शामिल लोग बाबा के शान में नात पढ़ते हुए चल रहे थे। ध्वनि प्रसारण यंत्रों से नबी की गूंज से समूचा कस्बा नबीमय हो गया। मजार को रंग बिरंगी विद्युत झालरों तथा राडो से इस कदर सजाया गया था कि मानों नूर की बारिश हो रही है। देवा शरीफ से आए कव्वाल गुलाम वारिस मंडली द्वारा पेश किए गए नामचीन नातिया कलाम जलसे में समां बांधा। “पर्दा हर एक से है खुदा को, कमली वालों से पर्दा नहीं है।”संकल्प सवेरा , “अल्लाह के महबूब का गम पाया नहीं है, वहां जिस्म नहीं है तो यहां सायां नहीं है। दुनिया में कोई ऐसा नबी आया नहीं है।” इसे सुन श्रोता झूम उठे। तालियों की गड़गड़ाहट से कव्वाल मंडली का हौसला अफजाई की। पीरे तरीकत हजरत शौकत अली कंतित शरीफ मिर्जापुर ने अमन चैन के लिए दुआ किया। इस अवसर पर खादिम खालिद अंसारी, अध्यक्ष सुवैब मंसूरी, राजेश जायसवाल, डॉ. इलियास, शैलेंद्र साहू, शिवम गुप्ता, बबलू, विक्की गुप्ता, अनिरुद्ध गुप्ता, नवरत्न, आफाक खान, मो. शादाब, आलोक, खुर्शीद, खलीक अंसारी, नीलू, फारुख, नीरूलैन, शंकरलाल केसरवानी, व अनवर मंसूरी आदि लोग मौजूद रहे।