जौनपुर जनपद में मल्हनी विधानसभा का उपचुनाव हो रहा हैए निर्दल प्रत्याशी धनन्जय सिंह मैदान में हैं बीजेपी से मनोज सिह और सपा से पूर्व कैबिनेट मंत्री स्व0पारसनाथ यादव की पुत्र लकी यादव भी अपने प्रचारकों की फौज लेकर जनसम्पर्क कर रहे कि कोई भी मतदाता इधर उधर ना जाय तो वही निर्दल प्रत्याशी धनन्जय सिंह वोकल फार लोकल जनताए युवा साथी के भरोसे मैदान मे डटे हुए हैं। क्योकि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी कहते है देश व राज्य के विकास के लिए हम सभी को वोकल फार लोकल होना होगा तभाी किसी देश व राज्य का विकास होगा।
भाई के चुनाव लडने की सूचना मिलते ही पूर्व सांसद धनन्जय सिंह की छोटी बहन इंद्राणी ने देखा कि भाई राजनैतिक जीवन की परीक्षा में फ़सा है तो बच्चो को दिल्ली छोड़कर मल्हनी के चुनावी समर मे उतर आई।। इंद्राणी के पति कर्नल है जो दिल्ली में तैनात हैं इंद्राणी मल्हनी के घर घर में जाकर भाई के लिए अलख जगा रही हैं उनके प्रचार व जनसम्पर्क करने को देखकर ऐसा लग रहा ही कि वह खुद परीक्षा देने उतर आई हों। जनसम्पर्क के दौरान उनसे बात की गयी तो उन्होने कहा कि ष्ष्क्या करूँ भैयाए मेरे भाई का सवाल हैए अगर मै दिल्ली रहती तो हम सभी का मन नही लगता ।
इंद्राणी अपनी भाभी श्री कला धनंजय के साथ कदम से कदम मिलाकर महिलाओं के बीच चुनावी शमा बांध रही है। जैसा लोगो का कहना है कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह के परिवार में सब सदस्यों का ब्यवहार अत्यंत आत्मीय है बाहुबली होने का तमगा पूर्व सांसद के उपर भले लगा हो लेकिन मल्हनी की जनता ने कभी उनका दबंग ब्यवहार देखा ही नहीं हैए वैसे ही उनका परिवार भी है।
उनके साथ प्रचार करते हुए लड़के बताते हैं कि जब इंद्राणी दीदी को पता चल जाता है कि ये दूसरे के वोटर हैं तो भी बड़े प्यार सेए भैया अम्माए दीदी कहकर पूछती है कि मेरे भाई धनंजय सिंह ने कुछ बुरा किया है क्या जो आप साथ नही है। फिर कहती हैं चलिये कोई बात नही वोट आपका जहा मन करे वही कही दीजिये
धनंजय सिह की पत्नी श्री कला का भी ब्यवहार लोगो को मुरीद बनाये हुए है इंद्राणी सिंह भी अपने भाई के लिए मैदान में घूम रही है महिलाओं में इसका बड़ा असर हैए समाज में ये संदेश जा रहा है कि किसी कार्य में जब परिवार के लोग मिल के साथ रहते हैं तो लड़ाई और कार्य आसान हो जाता है।
एक बहन भाई के लिए जिस तरह से लगी है वह उसके प्यार और कर्तब्य की गवाही दे रहा साथ ही साथ समाज को एक संदेश भी की.मिल के रहियेए मिल के चलिये और मिल के लड़िये।लगी रहो बहन भाई विजय पताका फैलाएगा ।












