ऐसा मजाक अब कभी न करना
चाइना वालो से भी डरना
चाइनीज है,
चलेगी नही,
थोड़ी देर भी टिकेगी नही,
जिनके समान use and throw थे,
अब उन्होंने टिकाऊ माल बनाया है,
उन्ही के यहां से कोरोना आया है।
उनके सस्ते समान,
गरीब खरीद सकता था,
पल भर ही सही,
खुशी रह सकता था,
इस बार अमीरो से भिजवाया है,
उन्ही के यहां से कोरोना आया है।
अमेरिका हो या पाकिस्तान,
चारो ओर सभी परेशान,
दोस्त दुश्मन सब बराबर,
गजब का हुनर दिखाया है,
उन्ही के यहां से कोरोना आया है।
जिनकी झालर से,
कुछ देर की रोशनी,
कभी जलती तो कभी बुझती,
इस बार बहुत घरों की रोशनी
हमेशा के लिए बुझाया है,
उन्ही के यहां से कोरोना आया है।
………..सुशील पांडेय
लेखक खाद्य एवं रसद विभाग में आपूर्ति निरीक्षक है।