मछलीशहर। स्थानीय स्टेट बैंक पर सरकारी अनुदान लेने पहुँचे लोग और खाताधारक जहाँ सोशल डिस्टेन्सिग की धज्जियाॅ उडा रहे है वहीं बगल स्थित एक चिकित्सक अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए मरीजों को काॅच के केबिन से देख रहे है। मरीजों को केबिन मे आने की इजाजत नही है। वे केबिन की खिड़की से समस्याएँ बता कर इलाज करा रहे है। चिकित्सक डाॅ तेज बहादुर यादव ने बताया कि हालाँकि मछलीशहर मे अभी तक कोई भी कोरोना का संदिग्ध मरीज पूरा लाॅकडाऊन बीतने के बाद भी सामने नही आया है लेकिन इसका मतलब यह नही है कि खतरा टल गया है। कहा कि वह अपने नर्सिंग होम मे न सिर्फ सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करवाते है बल्कि हर घंटे पूरे अस्पताल को सैनेटाइज करवाते रहते है। स्टेट बैंक के भीतर जरूर सोशल डिस्टेन्सिग का कड़ाई से पालन शाखा प्रबंधक करवा रहे है तथा हर ग्राहक के हाथो को बैंक के गार्ड सैनेटाइज करवा कर ही अन्दर जाने दे रहे है। लेकिन बाहर तो सोशल डिस्टेन्सिग की धज्जियाॅ बखूबी उड़ रही है।